बरही (हजारीबाग) : बरही थाना क्षेत्र अंतर्गत मलकोको पंचायत के चतरो गांव में नवविवाहिता मृतिका प्रीति कुमारी के शव को उसके मायके वालों के द्वारा उसके घर के ही सामने जला देने का मामला प्रकाश में आया है। ज्ञात हो कि बीते दिन गांव के नजदीक पानी से भरे डोभा से प्रीति कुमारी का शव बरामद किया गया था। जिसके बाद मृतिका प्रीति कुमारी के मायके वालों ने उसके ससुराल वालों पर जलाकर मारने का आरोप लगाया था।
मंगलवार सुबह मृतक के शव को उनके मायके वालों ने हजारीबाग में पोस्टमार्टम करवाने के बाद चतरो गांव में उसके ही ससुराल के घर के सामने जला दिया। हालांकि जबतक घटनास्थल पर पुलिस पहुंचती तब तक मृतक के परिजन वहां से फरार हो चुके थे।
बताया जाता है की मंगलवार सुबह लगभग 8:30 बजे मृतिका के मायके वाले प्रीति कुमारी के शव को लेकर उसके ससुराल चतरो गांव पहुंचे। जहां पहुंचकर चतरो के ग्रामीणों के साथ अंतिम संस्कार को लेकर समझौता करने लगे। जिसे लेकर शिव मंदिर चतरो में स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों के साथ बैठक किया गया।
मौके पर चतरो के ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों से थाना में दिए गए आवेदन से दो निर्दोष ग्रामीणों का नाम हटाने की बात कही। पंचायत करीब आधे घंटे तक चला जिसमें लगभग समझौता हो ही गया था कि इस बीच दो चार युवक मामले को बढ़ा दिए। मामले को बढ़ता देख मायके वालों ने फोन कर अपने लोगों को बुलाया इसके बाद मृतका के मायके वालों के तरफ से सैकड़ो लोग जमा हो गए। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच गाली गलौज व मारपीट की नौबत आ गई। जिसमें चतरो गांव के महावीर गोप, फुली महतो, रामचंद्र यादव, महेंद्र यादव, विनोद यादव, नितेश चौधरी, सुमंती देवी, काली देवी आदि घायल हो गए। इसके बाद 10:30 बजे घर के आसपास रखे लकड़ी को जमा कर मृतिका प्रीति कुमारी के मायके वालों ने उसके शव को उसके ही ससुराल के घर के सामने जला दिया।
घटना की सूचना पाकर बरही थाना प्रभारी आभाष कुमार अपने दल – बल के साथ घटनास्थल पहुंचे। जहां पहुंचकर उन्होंने घटना की जानकारी ली और ग्रामीणों ने आपबीती सुनाई। थाना प्रभारी आभाष कुमार ने चतरो में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए जिला से अतिरिक्त करीब 50 पुलिस बल तैनात कर दिया। जिसके बाद चतरो गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। मौके पर मौजूद बरही मुखिया संघ अध्यक्ष सह स्थानीय मुखिया विजय यादव ने बताया कि मृतक के परिजनों के साथ बैठकर अंतिम संस्कार की बात चल ही रही थी कि कुछ उपद्रवियों ने हौ हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद इतना बड़ा घटना का अंजाम दिया गया। इधर थाना प्रभारी ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा आवेदन दिया जा रहा है, मामले की छानबीन कर आगे की कार्रवाई की जायेंगी।
वहीं ग्रामीणों ने कहा कि पोस्टमार्टम करवाने के बाद मृतका प्रीति कुमारी का जब शव चतरो गांव आ रहा था, तो उस समय पुलिस की मौजूदगी होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके कारण इतनी बड़ी घटना घटी। थाना प्रभारी ने कहा कि ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के सामने ही थाने में समझौता हुआ था, कि हम लोग आपस में मिलकर समझौता कर लेंगे, पुलिस की हमें जरूरत नहीं है जिस कारण पुलिस को शव के साथ नहीं भेजा गया। मौके पर कई ग्रामीण मौजूद थे। इधर पति अजित यादव को बरही पुलिस ने जेल भेज दिया है।
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