राँची : मुखिया संघ व जन प्रतिनिधियों ने मंत्री इरफान अंसारी को मांग पत्र सौंपा। जिसके बाद पांच सूत्री मांगों पर सहमति बनी उसके बाद मुखीया संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल को वापस लेने की घोषणा की।
मुखिया संघ का क्या क्या था मांग
मांग पत्र में पंयायती राज वित आयोग का राशि शीघ्र पंचायत को उपलब्ध करवाने की मांग की गई ताकि पंचायत/गांव का सर्वांगीण विकास हो सके। इसके अलावा अन्य मांग पत्र में कार्य अवधि के दौरान किसी भी जन-प्रतिनिधि (मुखिया, पं.स.स., वार्ड सदस्य, प्रमुख एवं जिला परिषद्) की आकस्मिक मृत्यु या दुर्घटना होने पर उचित 30 लाख की मुआवजा की व्यवस्था की जाए ताकि उनका परिवार का भरन- पोषण हो सके।साथ ही मुखियागणों का मानदेय केरल राज्य के तर्ज पर 30,000 (तीस हजार रूपया) निर्धारित किया जाए। वहीं वर्तमान समय में सरकार द्वारा चल रहे मंईयां सम्मान योजना/अबुआ आवास एवं अन्य सरकारी योजना के लिए पंचायत जन-प्रतिनिधियों एवं उनके परिवारजनों (मुखिया, पं.स.स., वार्ड सदस्य, जिला परिषद) को शामिल किया जाए।
इसके अलावा झारखंड के सभी पंचायत की मांग है कि बिना जांच किए वित्तीय शक्ति जब्त ना किया जाए, जिससे मुखिया पद का अपमान हो।
इन पांच सूत्री मांगों पर बनी सहमति
जानकारी के अनुसार शीघ्र ही पंचायतो के विकास कर लिए राशि उपलब्ध करवाने, जनप्रतिनिधियों के आकस्मिक मृत्यु या दुर्घटना होने पर मुवाबजा, प्रति माह 5000 रु का मानदेय,मुख्यमंत्री के सहमति के बाद मईया सम्मान योजना/अबुआ आवास एवं अन्य सरकारी योजना में पंचायत के जनप्रतिनिधियों एवं उनके परिजनों को शामिल करने पर भी सहमति की सूचना है। मौके पर मंत्री डॉ इरफान अंसारी,बरही विधायक उमाशंकर अकेला,गिरीडीह विधायक सुदिब्य सोनू सहित अन्य भी उपस्तिथ रहे।
मौके पर मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष रंजीत मेहता, चौपारण मुखीया संघ के अध्यक्ष बिरेन्द्र रजक,सचिव रेखा देवी,मुखीया पिंकी देवी,मंजू देवी,उषा देवी,सुनीता देवी,सरिता देवी के अलावे इचाक प्रखंड अध्यक्ष सकेन्द्र मेहता सहित जिला व राज्यभर की कई मुखीया जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
मुखीया संघ का अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म
चौपारण मुखिया संघ के अध्यक्ष बिरेन्द्र रजक ने बताया कि प्रदेश मुखिया संघ के आदेशानुसार दिनांक-27/8/2024 से अनिश्चिकालीन हड़ताल पर गए हुवे थे। दिनांक 6 /9/2024 को पंचायतीराज के मंत्री डॉ इरफान अंसारी के वार्तालाप के बाद पूरे झारखण्ड के मुखिया संघ ने हड़ताल पर से वापस लौटने का निर्णय लिया। और जिस तरह अपने पंचायत में कार्य कर रहे थे अपना अपना कार्य को करें, इसका सूचनार्थ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी महोदया को दे दिया जाएगा।
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