दीपक कुमार सिंह के जाते ही फिर से एक्टिव हुए तस्कर,नए थाना प्रभारी से लोगों को बढ़ी उम्मीदें
चौपारण : बीते 23 सितम्बर को चौपारण के नए थाना प्रभारी के तौर पर अनुपम प्रकाश ने पद भार संभाला। उन्हें निर्वतमान थाना प्रभारी दीपक कुमार सिंह ने प्रभार सौंपा। चौपारण के नए थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश से प्रखण्ड वासियों को बड़ी उम्मीद जुड़ चुकी है।
बतादें कि प्रखण्ड में बीते 18 फरवरी को चौपारण थाना प्रभारी दीपक कुमार सिंह के आने के बाद जिस तरह से अवैध तस्करों और अवैध कारोबार पर लगाम लगाने को लेकर ताबड़तोड़ कारवाई की जा रही थी उसे बरकरार रखना नए थाना प्रभारी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। उनके लगातार कारवाई के बाद प्रखण्ड में काफी हद तक अवैध तस्करी पर अल्प विराम लग चुका था। कई शराब तस्करों ने या तो काम बन्द कर दिया था या फिर रूट ही बदल लिया था।
निर्वतमान थाना प्रभारी दीपक कुमार सिंह के लगभग 8 महीनों के कार्यकाल में कई ऐसे खुलासे भी हुए जो कि चौकाने वाला था। लग्जरी बस से पशु की तस्करी का खुलासा हो या फिर अफीम डोडा पीसने की मशीन। 8 माह के कार्यकाल में लगभग 100 से अधिक पशु, अफीम,गांजा,शराब तस्करों को जेल भेजने के साथ ही दो सौ से अधिक क्रूरता पूर्वक लदे पशुवों को कसाइयों के पास जाने से पहले मुक्त कराया। सामाजिक कार्यों में भी दीपक कुमार सिंह ने बढ़चढ़कर भागीदारी निभाई। पर पदाधिकारीयों का ट्रांसफर पोस्टिंग तो एक प्रक्रिया है।
दीपक कुमार सिंह के जाते ही तस्करों के एक्टिव होने की सूचना
अब नए थानेदार अनुपम प्रकाश से प्रखण्डवासियों को बड़ी उम्मीदें जुड़ चुकी है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार यह बताया जा रहा है कि निर्वतमान थाना प्रभारी दीपक कुमार सिंह के जाते ही तस्करों ने फिर से अपना पांव पसारने की कोशिश में हैं। सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि निवर्तमान थाना प्रभारी के जाते ही प्रखण्ड के भगहर भंडार में थम चुका शराब भट्टी फिर से पनपने लगे हैं। कई सरकारी दुकान से भी बिहार में बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी शुरू हो गई है।
जंगल के क्षेत्रों में भी खेत बनाकर अफीम जैसे मादक पदार्थों की खेती व तस्करी फिर से शुरू करने की तैयारी में जुट गए है। वहीँ जीटी रोड से पशु , कोयला,पोड़ा कोयला,बालू व मांगुर मछली की तस्करी में भी वृद्धि की सूचना है। जिसपर लगाम लगाना नए थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित होगी।
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