श्रमिकों के वेतन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला ली है। और उनकी न्यूनतम सैलरी में बढ़ोतरी की है। वहीं सरकार ने वेरिएबल डीयरनेस अलाउंस में भी इजाफा की है। यह नई दर मजदूरों को 1 अक्टूबर से लागू होगा। सरकार द्वारा किए गए ऐलान होने से औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में 2.40 अंकों की बढ़ोतरी हुई है।
श्रमिकों को इस दर मिलेगी नई न्यूनतम मजदूरी
संशोधन के बाद कंसट्रक्शन क्षेत्र में काम करने वाले अकुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी 783 रुपये प्रतिदिन (20,358 मंथली) हो जायेगा । वहीं अर्ध-कुशल श्रमिकों के लिए यह 868 रुपये प्रतिदिन (22,568 रुपये मंथली) और कुशल, लिपिक एवं बिना हथियार वाले चौकीदारों के लिए यह 954 रुपये प्रतिदिन (24,804 रुपये मंथली) होगी।
अधिक कुशल एवं हथियारों से लैस चौकीदारों के लिए यह 1,035 रुपये प्रतिदिन (26,910 रुपये मंथली) होगी। बतादें कि मजदूरों की न्यूनतम सैलरी में संशोधन अप्रैल 2024 में हुआ था। सरकार ने यह फैसला महंगाई को देखते हुए लिया है। ज्ञात हो किनयह ऐलान केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने किया है। ऐलान के मुताबिक केंद्र ने श्रमिकों, खासकर असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए परिवर्तनीय महंगाई भत्ते में संशोधन करके न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाने का ऐलान की है। ज्ञात हो कि सरकार साल में दो बार श्रमिकों की आय में संशोधन करता है।
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