सरकारी नौकरी / मयूरहंड (चतरा) : मयूरहंड थाना क्षेत्र के महुगाई गाँव निवासी विनोद सिंह का 14 वर्ष पूर्व नक्सली घटना के दौरान हत्या कर दी गयी थी। उसी घटना पर मरहम लगाने को लेकर शनिवार को चतरा उपायुक्त कार्यालय में श्रम नियोजन,कौशल विभाग व उधोग विभाग मंत्री सत्यानंद भोक्ता व उपायुक्त रमेश घोलप ने मृतक के पुत्र विभूति कुमार सिंह को नियुक्ति पत्र सौपा।
जानकारी के अनुसार बिनोद कुमार सिंह की हत्या एसपीएम के द्वारा 23 जून 2010 को इटखोरी से चतरा जाने वाली सड़क के निर्माण कार्य में मुंशी के रूप में कार्यरत होने के लेकर कर दी गयी थी।
सरकारी नौकरी : स्थायीकर्मियों को बना दिया संविदाकर्मी
यह मामला धनबाद का है । ज्ञात हो कि ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) का विलय जिला परिषद में की गई है। डीआरडीए के सभी कर्मी संविदाकर्मी के रूप में जिला परिषद के अब कर्मी हो गए।
इसमें तीन ऐसे कर्मी भी शामिल हैं, जिनकी नियुक्ति स्थायी सरकारी कर्मियों के रूप में हुआ था। तीनों की नियुक्ति तत्कालीन डीसी के आदेश से हुआ था पर जब तीनों को संविदाकर्मी बनाया गया तो इसके लिए भी डीसी की अनुमति नहीं ली गई। संविदाकर्मी बनाने वाली फाइल को डीडीसी ने ही अपने स्तर पर निबटा दी। इस मामले का खुलासा सूचना अधिकार अधिनियम-2005 के तहत मांगी गई सूचना के आधार पर हुई । प्रभावित तीनों कर्मियों की सेवा अस्थायी तो हो ही गई, साथ ही तीनों को प्रतिमाह 20- 25 हजार रुपए की राशि का नुकसान भी भी उठाना पड़ रहा है। यह निर्णय तत्कालीन डीडीसी कुलदीप चौधरी और तत्कालीन निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) पीएन मिश्रा ने ली थी।